Category: हिंदी

  • हिंदी टाइपिंग टूल माइक्रोसॉफ्ट द्वारा Hindi Typing Tool by Microsoft

    हिंदी टाइपिंग टूल माइक्रोसॉफ्ट द्वारा Hindi Typing Tool by Microsoft

    हिंदी टाइपिंग टूल माइक्रोसॉफ्ट द्वारा Hindi Typing Tool by Microsoft हिंदी टाइपिंग टूल माइक्रोसॉफ्ट द्वारा. क्योंकि यह है आर्टीफ़िशियल इंटेलिजेंट युक्त, तो जैसा चाहे टाइप कर रहा हूँ, यह टूल स्वत: ही उपयुक्त शब्द चुन लेता है। इसे अभी अभी अपने  कंप्यूटर पर डाउनलोड किया है और टाइप कर रहा हूं पर लगता है कि…

  • कैसे लिखी मोबाइल से हिंदी

    कैसे लिखी मोबाइल से हिंदी। अब यह पता नहीं मोबाइल (Mobile) की छोटी स्क्रीन के कारण था या पोस्ट लिखने की उतावली थी कि मोबाइल (Mobile) से हिँदी (Hindi)  मेँ लिखी पहली पोस्ट पर फोन का मॉडल 3110 के स्थान पर 3310 लिखा गया। वास्तव में यह नोकिया का 3110 क्लासिक फोन है। मगर मुझे पता…

  • गुलजार साहब का ‘झूम बराबर झूम’ और ‘टिकट टू हॉलिवूड’

    गुलजार साहब का ‘झूम बराबर झूम’ और ‘टिकट टू हॉलिवूड’

    गुलजार साहब जब गीत लिखते हैं तो कई बार बोल पकड़ में नहीं आते। खास कर जब संगीत ए आर रहमान या शंकर एहसान लोय का हो। गुलजार साहब कभी कभी सीधे से वाक्य में पंजाबी का शब्द ऐसे फिट कर देते हैं कि कई बार पूरे वाक्य का अर्थ समझ में नहीं आता है।…

  • छोरा गंगा किनारे वाला

    परम पूज्य गंगा किनारे वाले बड़े भैया, प्रणाम, आज आपको खत लिखने की सोची तो समाचार मिला कि जल्द ही आप सबसे बड़े पद पर भी हो सकते हैं तो सबसे पहले हमार तरफ से और हमार पूरे गांव की तरफ से आपको बहुत बहुत बधाई! कल रात फिर टी वी पर तोहार इंटरब्यूह देखा।…

  • ओ पी नैय्यर का संगीत

    ओ पी नैय्यर का संगीत

    ओ पी नैय्यर एकदम अलग प्रकार का संगीत देते थे। उनके गीत सुनते ही पहचान में आ जाता था कि यह ओ पी नैय्यर का ही संगीत है। बचपन से ही रेडियो विविध भारती पर उनके सैंकड़ों गाने सुने। उनके संगीत में पंजाबी लोकसंगीत की महक तथा जोश था। विकिपीडिया पर अंग्रेजी में उनपर लिखे…

  • सपने देखने वालों के लिये – गुरू Guru Film Review

    सपने देखने वालों के लिये – गुरू Guru Film Review

    सपने देखने वालों के लिये – गुरू Guru Film Reviewएक बार एक पुस्तक में पढ़ा था “If no one is laughing on your dreams, your dreams are not big enough.” यह वाक्य मुझे हमेशा याद रहा। गुरु फिल्म में गांव का एक लड़का देश की सबसे बड़ी कम्पनी बनाने का सपना देखता है।जैसा कि गुलजार…

  • अनुगूँज 20: नेतागिरी, राजनीति और नेता

    नेता बनने का मुझे भी शॊंक चढ़ रहा था। मैने शुद्ध गाँधीवादी तरीका अपनाया देश और समाज की सेवा करने का। मैंने सोचा अपनी गली से ही शुरू करना चहिए। गली का सफ़ाई कर्मचारी तो कभी महीने में एक आध बार ही नजर आता है, सुबह सुबह मुँह अंधेरे एक बड़ा सा झाड़ू लिया और…

  • दस रुपये दो न माँ

    मेरा बाहरवीं का रिज्ल्ट आया था उस दिन। बहुत अच्छे नंबर आये थे। क्लास में टॉप किया था। मैं बहुत खुश था। में पल भर के लिये घर में क्या चल रहा है यह भी भूल गया था। स्कूल से आया तो मेरे पास होने का गली में शोर सा मच गया। घर में जैसे…

  • जब प्राण तन से निकले

    जब प्राण तन से निकले

    जब सिंधु ने यह पूछा कि आप ने कभी मौत के बारे में सोचा है तो मैं हैरान रह गया. मैंने अपनी जिंदगी में कितनी ही मौतें देखीं मगर कभी अपने लिए ऐसा नहीं सोचा. इतने साल हो गये बीमा बेचते मगर कभी किसी को मौत के बारे में नहीं याद कराया. मगर वो बड़ी…