Category: मुन्नाभाई

  • चांद पर पानी मिला – अब खुल कर नहाओ

    चांद पर पानी मिला – अब खुल कर नहाओ अरे मुन्ना भाई सुना तुमने, बहुत ही रापचिक खबर आई है, चांद पर पानी मिल गया भाई, अब अपुन खुल कर नहा सकेंगे। अरे सरकिट, क्यूं दिमाग का दही कर रियेला है, वो पानी कोई अपनी म्युनिसिपेलिटी को थोड़े ही मिलेगा। क्यों नईं मिलेगा, अपुन का…

  • सत्या, हत्या और साहित्या !!!

    “मुन्नाभाई, अपुन सत्या सुना, हत्या सुना पर ये साहित्या क्या होता है?” “अरे सरकिट, साहित्या नहीं साहित्य, लिट्रेचर।” “लिट्रेचर?” “सरकिट तुम लाइब्रेरी में अलमारियों में भरी किताबें देखीं हैं ना उसी को साहित्य कहते हैं।” “और भाई वो जो लाइब्रेरी में बड़े बड़े मामू लोगों के फोटो लगे रहते हैं वो कौन हैं?” “सरकिट, वो…

  • सरकिट का भी ब्लॉग

    आईना ब्लॉग पर पॉपुलर मुन्नाभाई श्रेणी में एक और पोस्ट सरकिट का भी ब्लॉग आज प्रस्तुत है.  उम्मीद है आपको पसंद आयेगा. मुन्नाभाई श्रेणी के बाकी पोस्ट यदि आपने ना पढ़े हों तो जरूर पढ़ें, आपको पसंद आयेंगे. ‘हैलो मुन्नाभाई, कैसे हो भाई!” “अपुन मजे में हैं, कैसे फोन किया सरकिट?” “भाई, अब तो तुम्हे…

  • मुन्नाभाई अमेरिका में

    (नीरज भाई तथा अनूप भाई की फरमाईश पर एक बार फिर पेश है मुन्ना सरकिट संवाद। जैसा कि आप सब को मालूम होगा कि मुन्नाभाई सिरीज की तीसरी फिल्म ‘मुन्नाभाई अमेरिका में’ बनने वाली है। आजकल इसकी स्क्रिप्ट पर काम चल रहा है। हमने अपने सूत्रों से इस स्क्रिप्ट की एक ओरिजनल कापी का जुगाड़…

  • ये तलवार वाले… नाक के रखवाले

    केमिकल लोचा- संदर्भ :- गांधीगिरी. मित्रो, यहाँ प्रस्तुत है मेरी लिखी एक कविता ये तलवार वाले… नाक के रखवाले. यूं तो मैं कोई कवि नहीं हूँ मगर कभी कभी यूं ही अपने विचार इस तरह से प्रगट कर देता हूँ. आशा है मेरा यह प्रयास आपको पसंद आएगा. कुछ दिन से ढंग से मैं सो…

  • समझो हो ही गया…..

    ऐ भाई भाई बहुत खुश लग रह हो भाई बात क्या है? ऐ भाई हुआ क्या- २ ऐ भाई बोल न यार हुआ क्या कार्ड छपवा ले ऐ भाई हुआ क्या सूट सिलवा ले समझो हो ही गया बोला न समझो हो ही गया – ३ ऐ भाई रिवर्स में काहे को स्टोरी सुना रहा…

  • बिल्लूगिरी और विंडोज़ में लोचा

    मुन्नाभाई पर लिखे मेरे हास्य  पोस्ट और सीरिज बहुत पॉपुलर हो रहे हैं. मुझे ख़ुशी है कि आप इन्हें पसंद कर रहे हैं. आप लोग की पसंद कि वजह से ही मुझे मुन्नाभाई सीरिज में और लिखने की प्रेरणा मिलाती है. पेश है मुन्नाभाई सीरिज में एक और कड़ी. उम्मीद है इस श्रेणी के बाकी…

  • लगे रहो मुन्ना भाई

    हैल्लो सरकिट अरे मुन्ना भाई, भोत दिन बाद फोन किया भाई? अरे तेरे कु एक भोत मजेदार बात बताने के वास्ते फोन किया। चिंकी के बाप से फिर कोई लफ्ड़ा हुआ क्या? अरे नईं अपुन ने अपना एक चिट्ठा बनाया । कट्टा बनाया? भाई तुम फिर भाईगिरी सुरु कर दिया क्या? अरे कट्टा नईं रे।…